प्रमुख अनुसंधानकर्ता गिल लूरिया ने बताया हस्तलिपि विशेषज्ञ झूठ पकड़ने की विधियों में एक और विधि शामिल कर सकते हैं।
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मामले की विवेचना कर रहे सीओ सिटी का कहना है कि सुसाइड नोट के बारे में हस्तलिपि विशेषज्ञ से जांच कराई जाएगी।
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कथित सुसाइट नोट पर हस्तलिपि विशेषज्ञ की कोई राय पत्रावली पर उपलब्ध न होने की स्थिति में मात्र पीडब्ल्यू-1 के उपरोक्त विरोधाभासी बयानात के आधार पर यह किसी भी दृष्टि से न तो स्वीकार्य योग्यं पाया जाता है और न ही अभियोजन पक्ष यह साबित कर पाने में सफल रहा है कि कथित सुसाईट नोट मृतक अंजू के हस्तलेख व हस्ताक्षर में है।